जयपुर । मानहानि के एक केस में सूरत कोर्ट ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुना दी। हालांकि कोर्ट ने राहुल की जमानत मंजूर करते हुए सजा के अमल पर 30 दिन की रोक लगा दी। मानहानि के इस केस से राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ने वाली है। उनके चुनाव लड़ने पर रोक लग सकती है, इसके साथ ही उनकी सांसदी भी जा सकती है।
गहलोत पर भी लटकी तलवार
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मानहानि के केस में घिरने वाले हैं। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पिछले दिनों दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में अशोक गहलोत के खिलाफ केस दायर किया था। कोर्ट की ओर से अब गहलोत को समन जारी किया जाएगा। इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट गहलोत के खिलाफ भी जल्द अपना फैसला सुनाएगा।
संजीवनी घोटाले को लेकर दिए गए बयान को बनाया आधार
संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के खिलाफ आरोप लगाते रहते हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने कहा कि गजेन्द्र सिंह शेखावत, उनकी पत्नी, माता पिता और कई रिश्तेदार संजीवनी घोटाले में अभियुक्त हैं। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की मां का निधन हो चुका है।
दिवंगत मां को भी मुख्यमंत्री ने अभियुक्त कहा था। गहलोत के इस बयान के बाद केन्द्रीय मंत्री ने पिछले दिनों दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में मानहानि का केस दर्ज कराया था। शेखावत का कहना है कि संजीवनी घोटाले से जुड़ी एफआईआर में उनका नाम ही नहीं है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री उन्हें अभियुक्त बताते हुए लगातार बयान दे रहे हैं।
मैं जेल जाने को तैयार – अशोक गहलोत
दो दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर दौरे पर थे। जोधपुर में संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी घोटाले को लेकर मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि गजेन्द्र सिंह शेखावत और उनके परिवार में लेनदेन हुआ है। संजीवनी में सब कुछ इन्हीं की चलती थी। जो लोग संजीवनी घोटाले में जेल गए हैं, गजेन्द्र सिंह शेखावत भी उनके बराबर दोषी हैं। गहलोत ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कर दिया। वे जेल जाने को तैयार है। अगर उनके जेल जाने से निवेशकों का पैसा वापस मिलता है तो वे हर सजा भुगतने को तैयार हैं।