How To Get Rid Of Piles : कब्ज की समस्या धीरे-धीरे बवासीर का रूप ले लेती है। बवासीर एक गंभीर बीमारी है जिससे बहुत से लोग पीड़ित हैं। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो यह गंभीर स्थिति हो सकती है।
बवासीर (Piles) निचले गुदाशय के पास सूजन नसों को बवासीर के रूप में जाना जाता है। बाहरी बवासीर गुदा के बाहर होते हैं। जबकि आंतरिक बवासीर गुदाशय या गुदा के भीतर होते हैं। बवासीर गंभीर खुजली, बैठने में दर्द का कारण बनता है। खाने में फाइबर की कमी, सुस्त जीवनशैली और किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटी में शामिल नहीं होना बवासीर के सबसे प्रमुख कारण हैं। इस रोग की शुरुआत कब्ज के साथ होती है। कब्ज होने पर जब आपका पेट साफ नहीं हो पाता है, तो वो बवासीर का रूप ले लेता है।
आयुर्वेद के अनुसार बवासीर को अर्श कहा जाता है, यह एक ऐसा रोग है जो रोगी की प्राण शक्ति को कष्ट देता है। यह स्थिति आमतौर पर वात और पित्त दोषों के बीच असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है, जिसके कारण आपकी पाचन संबंधी चिंताएँ भिन्न हो सकती हैं।
अगर आप बिना दवाओं या सर्जरी के पाइल्स से राहत पाना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान देना चाहिए। कुछ सब्जियां ऐसी होती हैं जिनमें फाइबर अच्छी मात्रा में होता है, इनका सेवन करने से आपको कब्ज और बवासीर के लक्षणों से राहत मिल सकती है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए इन सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
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खाने मे इन सब्जियों का सेवन करें-
सब्जियां आपको अपनी डाइट में ब्रोकोली, फूलगोभी, केल और पत्तागोभी जैसी सब्जियों को ज्यादा शामिल करना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार इन सब्जियों में न सिर्फ फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है बल्कि इन्हें एंटीकैंसर गुणों के लिए भी जाना जाता है। उदाहरण के लिए एक कप (76 ग्राम) ब्रोकोली में लगभग 2 ग्राम फाइबर होता है।
जड़ वाली सब्जियां-
मूली, शलजम, शकरकंद, चुकंदर और गाजर जैसी जड़ वाली सब्जियां बवासीर के मरीजों को जरूर खानी चाहिए। यह सब्जियां फाइबर से भरी होती हैं। हर सब्जी से आपको लगभग 3-5 ग्राम फाइबर मिलता है।
शिमला मिर्च-
बवासीर के मरीजों के लिए शिमला मिर्च एक बढ़िया उपाय है। प्रत्येक कप (92 ग्राम) कटी हुई शिमला मिर्च में लगभग 2 ग्राम फाइबरहोता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस सब्जी में 93ः पानी भी होता है, जोकि पाइल्स के रोगियों के लिए जरूरी है। फाइबर देने के अलावा यह आपके मल को आसानी से पास करने में मदद करती है।
अजमोद: शिमला मिर्च की तरह अजमोद में भी बहुत सारा पानी और साथ ही फाइबर पाया जाता है। यह आपके मल को नरम करने का काम करती है और बेचौनी को कम करती है। अजमोद की एक बड़ी डंठल में लगभग 1 ग्राम फाइबर और 95ः पानी होता है। आप इसे अपने सलाद, सूप या स्टॉज में डालकर खा सकते हैं।
खीरा : गर्मियों के मौसम में पानी की कमी और पेट की समस्याओं से बचने के लिए आपको खीरे का अधिक सेवन करना चाहिए। बवासीर के मरीजों के लिए यह बढ़िया सब्जी है। शिमला मिर्च और अजमोद की तरह इसमें फाइबर और पानी के अच्छी मात्रा होती है। खीरे को कभी भी छीलकर नहीं खाना चाहिए।
आलू और टमाटर: छिलके वाले एक मध्यम आकार के पके हुए आलू में 2.1 ग्राम फाइबर पाया जाता है। आलू में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं। अन्य सब्जियों की तुलना में आलू में एक मजबूत रेचक प्रभाव भी अधिक पाया जाता है। इसी तरह टमाटर भी फाइबर और पानी से भरपूर होते हैं, और कब्ज को कम करने में मदद करते हैं, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है।