Fraud
Fraud

भोपाल। राजधानी में मुंबई की बिजनेस लोन देने वाली एक कंपनी के ईपे-लेटर एप्लीकेशन पर जालसाजों ने फर्जी खाते खोलकर आईडी हासिल कर फर्जी तरीके से 50 लाख का लोन ले लिया। जालसाजी का पता उस वक्त चला जब लोन लेने वालों ने कई महिनों तक लोन नहीं चुकाया। कंपनी को पता चला कि लोन लेने वाले कस्टमर दिए गए पते पर नहीं रहते हैं। सायबर पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

 फर्जी आईडी बनाकर लोन लिया-

सायबर पुलिस के मुताबिक फैजाबाद उत्तरप्रदेश निवासी अजय कुमार मिश्रा(34) घाटकोपर वेस्ट मुंबई स्थित अर्थशास्त्र फिटनेस प्राइवेट मिमिटेड कंपनी में अधिकारी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि अर्थशास्त्र फिटनेश प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लोगों को ईपे-लेटर एप्लीकेशन के माध्यम से 10 हजार से 20 लाख तक व्यापार करने के लिए बिजनेस लोन उपलब्ध कराती है।

सीआरपीएफ कैम्प में पीटी कर रहे जवान की साइलेंट अटैक से मौत

जिसके लिए कंपनी कस्टमर से उनका पेन कार्ड, आधार कार्ड, बिजनेस लाईसेंस ( गुमास्ता), जीएसटी, बिजली का बिल, बैंक आकाउंट की डिटेल एप के माध्यम से ऑनलाइन लेकर उसका सत्यापन कर एक आईडी बनाती है। जिन कस्टमरों की आईडी बनती है, उन कस्टमरों की पूर्व में ऑनलाइन शॉपिंग जैसे फ्लीप कार्ड, बिग बॉस्केट, रिलायंस में आईडी बनी रहती हैं।

उन्ही आईडी का सत्यापन कर कंपनी कस्टमरों को बिजनेस करने के लिए लोन देती है। अर्थशास्त्र फिटनेश प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अक्टूबर से पिछले माह तक लगभग 78 कस्टमरों को अलग-अलग किश्तों में लगभग 50 लाख का व्यापार करने के लिए बिजनेस लोन दिया था। जिन कस्टमरों को कंपनी ने बिजनेस करने के लिए लोन लोन दीया था। वह कस्टमर कंपनी को लोन का पैसा वापस नहीं लोटा रहे थे तो कंपनी के फिल्ड कर्मचारी ने कस्टमरों के बताये गये पते पर जाकर पता किया तो कस्टमर दिये गये पते पर रहना नहीं पाये गये।

अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज-

इसके बाद कंपनी को पता चला की जिन कस्टमरों को कंपनी ने बिजनेस करने के लिए लोन दिया था। उन्होंने फर्जी तरीके से अपने दस्तावेज ईपे-लेटर एप्लीकेशन में अपलोड कर कंपनी में फर्जी आईडी बनाकर लोन लिया है। पुलिस ने इस मामले में आवेदन जांच के बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर जालसाजों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।